कौशल जी ये रहा जबाब।हम सब एक है
पर ये जबाब भी दें जब आस ने अपना आंदोलन किया था तब आप लोगो ने साथ क्यो नही दिया।साथ की तो छोड़िये आप सभी ने सी एम के सामने आस का विरोध किया था क्यो ?
आजाद अध्यापक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष विजय तिवारी ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि आजाद अध्यापक संघ द्वारा अध्यापक हित में किये गये कार्य आइने की भांति अध्यापकों के समक्ष है। प्रदेश उपाध्यक्ष विजय तिवारी ने आगे कहा कि मैं स्वयं एवं अपने संगठन के संस्कारों के अनुसार किसी अन्य संगठन की निंदा नहीं करता किंतु यह कहने में परहेज भी नहीं कि जब सरकार पर अध्यापकों के 6 वें वेतनमान की घोषणा महापंचायत के माध्यम से करने की मांग पर हमारे प्रांत अध्यक्ष भरत पटेल और पूरी टीम अडिग थी और शासन स्तर पर महापंचायत की तैयारी पूर्णता की ओर थी तो सभी संगठनों के तीसमार लोग दिन में चार बार मुख्यमंत्री निवास के पीछे के दरवाजे से इस पुनीत कार्य में असहमति दर्ज कराने इसलिए जाते थे कि सारा श्रेय आजाद अध्यापक संघ को मिल जायेगा । कर्म के फल अनुसार वही हुआ और बम्बई से मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा का श्रेय प्रदेश के अध्यापक साथियों ने आजाद अध्यापक को ही दिया । मुख्यमंत्री की घोषणा तारीख़ से आस की पूरी प्रांत टीम लगातार मुख्यमंत्री सहित वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में है 27 अप्रैल को प्रांत अध्यक्ष भरत पटेल से पुनः मुख्यमंत्री से दूरभाष पर बात हुई जिस पर मुख्यमंत्री ने शीघ्र ही अध्यापक संवर्ग के वेतन निर्धारण पत्रक छठवें वेतनमान के नियमानुसार ही शीघ्र जारी करने, एवं कई अन्य गैर अार्थिक मांगों पर शीघ्र निर्णय लेने की बात कही । आजाद अध्यापक के उक्त कार्य से अपनी अपनी बंद होती दुकानें और गिरती साख से चिंतित लोग श्रेय लेने की दौड़ में लग गए उनमें से कुछ ऐसे भी लोग शरीक हुए जो कल तक अध्यापक हित को दरकिनार कर आजाद अध्यापक के संभाग से लेकर प्रांत तक के सिर्फ पदों की मांग को लालायित थे किंतु वहां भी अपनी महत्वाकांक्षाओं का सपना पूरा कर सकने में नाकाम रहे । प्रदेश उपाध्यक्ष विजय तिवारी ने आगे कहा कि आजाद अध्यापक संघ श्रेय नहीं अध्यापक हित पर विश्वास करता है उसी का परिणाम है कि यदि शासन स्तर की मांगों के अलावा हर जिले और ब्लाक स्तर की समस्याओं पर नजर डालें तो संगठनों में स्थानीय समस्याओं को दूर कराने की होड़ लगी है । रही बात गणना पत्रक की तो जिन जिनने भले ही श्रेय को लेकर किंतु कुछ तो किया इसके लिए धन्यवाद । आजाद अध्यापक संघ सरकार से मांग करता है कि अध्यापकों की भावनाओं और साहस की अब और इम्तहान लिए बिना शीघ्र गणना पत्रक के आदेश, वरिष्ठ अध्यापकों की प्रमोशन नीति, संविदा शिक्षकों की परिवीक्षा अवधि कम करने, स्थानांतरण नीति, अतिथि शिक्षकों को नियमित करने, गुरूजी को नियुक्त दिनांक से वरिष्ठता का लाभ देने के आदेश यथाशीघ्र प्रसारित करें अन्यथा सरकार भी इसके लिए गंभीर और दूरगामी परिणाम भुगतने कमर कसकर तैयार रहे ।
सरकार गंभीर और दूरगामी परिणाम भुगतने को तैयार रहे : सुशोभित श्रीवास्तव
Saturday, 30 April 2016
Labels:
6 टा वेतनमान
आजाद अध्यापक संघ
आंदोलन
राज्य शासन
Subscribe your email address now to get the latest articles from us
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
Post Labels
6 टा वेतनमान
A.E.O.
cm
DA
DEO
DPC
FATCA
I-pin
Mutual Transfer List
NPS
NSDL
PEB (Vyapam)
PRAN
RTE
RTI
T - Pin
अंतरिम राहत
अतिथि शिक्षक
अतिशेष
अध्यापक
अध्यापक अधिकार मंच
अध्यापक संघर्ष समिति
अध्यापक संवर्ग तबादला नीति
अध्यापक सहायता कोष
अभियान
अर्जित अवकाश
अवकाश
आजाद अध्यापक संघ
आदेश
आंदोलन
आम अध्यापक संघ
आयकर
आरोप-प्रत्यारोप
आवेदन
ई अटेंडेंस
ई सर्विस बुक
एईओ
एजुकेशन पोर्टल
एम शिक्षा मित्र
कर्मचारी
क्रमोन्नति
गणना पत्रक
गुरुजी
चर्चा
चलो भोपाल चलो
जन्मदिन
जिला सम्मेलन
ज्ञापन
ट्रांसफर
नि:शुल्क
निजीकरण
नियम
निलंबन
नेतागिरी
पदोन्नति
परिक्षा
पाठ्य-पुस्तकें
पेंशन
प्रमोशन
प्रवेशोत्सव
प्रांतीय
प्रांतीय सम्मेलन
बंचिग फार्मूला
बयान
बैठक
बोर्ड परीक्षा
भत्ता
भर्ती
भोपाल
महिला
माध्यमिक शिक्षा मंडल म.प्र.
मुख्यमंत्री
मैपिंग
मोबाइल भत्ता
म्यूचुअल ट्रांसफर
युक्ति युक्तिकरण
राजनीति
राज्य अध्यापक संघ
राज्य शासन
राज्य शिक्षा केन्द्र
राज्य शिक्षा सेवा
रिजल्ट
रैली
लोक शिक्षण संचालनालय
वरिष्ठ अध्यापक
वर्त्तिकर
विसंगति
वेतन
वेतनमान
शासकीय
शासकीय अध्यापक संगठन
शासन
शिक्षक
शिक्षक संघ
शिक्षा का अधिकार
शिक्षा क्रांति यात्रा
शिक्षा मंत्री
शिक्षा विभाग
शिक्षाकर्मी
शुभकामनाऐँ
शोषण
संगठन
संघ
समग्र आईडी
समाधान ग्रुप
समान कार्य समान वेतन
सम्मान समारोह
संयुक्त मोर्चा
सर्वे
संविदा शिक्षक
संविलियन
सहायक अध्यापक
सिंहस्थ
सी सी एल
सीएम
सोशल मीडिया
स्कूल
स्थानांतरण नीति
हड़ताल
हाईकोर्ट
No comments:
Post a Comment