प्रिय अध्यापक ,संविदा शिक्षक ,गुरुजी ,अथिति शिक्षक साथियोँ आज दिनाँक 13 अप्रैल 2016 को आजाद अध्यापक संघ और गुरजी संघ के पदाधिकारियो की श्री इकवाल सिंह बैस जी एवं श्री हरिरंजन राव जी प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन , श्री मोहन्ती जी अपर मुख्यसचिव ,श्री प्रमोद सिह जी उपसचिव स्कूल शिक्षा विभाग , श्री ओ.पी. श्रीवास्तव जी उपसचिव नगरीय प्रशासन विभाग ,एवं श्रीवास्तव जी सचिव वित्त विभाग से चर्चा और मुलाकात हुई ।। साथियो उक्त अधिकारियो द्वारा आज विभागीय अधिकारियो की बैठक लेकर अध्यापक संवर्ग के छटवे वेतनमान के वेतन निर्धारण गणना पत्रक जारी करने हेतु कार्यवाही आज से ही शुरु कर दी गई है । मुझे आशा है कि उक्त वेतन निर्धारण गणना पत्रक अप्रैल माह मेँ जारी हो जायेगा । साथियो आजाद अध्यापक संघ की हर कोशिश रहेगी कि वेतन निर्धारण गणना पत्रक विसंगति रहित नियमानुसार जारी हो उसके लिए संघ के पदाधिकारी पूरे तथ्यो के साथ पुनः 21 या 22 अप्रेल को वित्त विभाग के अधिकारियोँ के साथ मुलाकात करेगे और अध्यापक संवर्ग का पक्ष रखेगे ।। साथियोँ पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से अध्यापक संवर्ग की अंतरिम राहतराशि की तृतीय किस्त का आदेश किसी भी दिन जारी किया जा सकता है ।लगभग कार्यवाही पूर्ण हो चुकी है ।। अध्यापक संवर्ग की स्थानांतरण नीति माननीय श्री पारस जैन जी के अश्वासन अनुसार मई माह मेँ जारी की जायेगी एवं अथिति शिक्षको की मांगो का निराकरण माननीय मुख्यमंत्री की सहमती उपरांत शीघ्र किया जायेगा ।। वारिष्ट अध्यापको की पदोन्नति , AEO का मामला और संविदा शिक्षक,गुरुजियो की मांगो और समस्याओँ का निराकरण लगभग मई माह मेँ विभागीय मंत्री जी, अधिकारी ओर विभागीय विधि सलाहकारो की बैठक मेँ किया जा सकता है ।। लेकिन साथियो आप सभी संतर्क रहेँ सजग रहे और किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहे ।हम सभी ने धोखे बहुत सहन किये है अब और सहन नही करेगे ।। आप सभी 17 अप्रैल को मनोकामना पद यात्रा जिला विदिशा मेँ और 18 अप्रैल को आजाद अध्यापक संघ के पदाधिकारियोके प्रांतीय अधिवेशन जिला सागर मेँ जरुर शामिल हो । और आजाद अध्यापक संघ की आगामी रणनीति अपने सझाव और सहयोग के अनुसार तय करवाये ।। जय आस ।। इंकलाब जिन्दाबाद ।। आपका भाई भरत पटेल प्रांताध्यक्ष आजाद अध्यापक संघ मध्यप्रदेश
आजाद अध्यापक संघ के अध्यापक हित की महत्वपुर्ण मांग अध्यापकों का 6pay. की पूर्ति होने पर मनोकामना पूर्ति यात्रा जिला विदिशा में 17 अप्रैल 2016 में आयोजित की जा रही है एवं 6pay. की महत्वपूर्ण मांग के पूरा होने एवं आंदोलन के सफल होने के बाद आजाद अध्यापक संघ की प्रथम प्रांतीय अधिवेशन जिला सागर में दिनांक 18 अप्रैल 2016 को आयोजित होना है इसमे सभी आजाद पंथियों आजाद अध्यापक संघ की विभिन्न संभाग , जिला एवं ब्लॉक कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित रहेंगे,
आज़ाद अध्यापक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष भाई भरत पटेल जी के अनुसार
आजाद अध्यापक संघ के प्रांतीय अधिवेशन मेँ संघ के सभी पदाधिकारियोँ की उपस्थिति मेँ सर्वसम्मति से निम्नलिखित संभावित विषयोँ मे से कुछ पर चर्चा होगी एवं निर्णय लिए जायेगे ।।
(1)अध्यापक संवर्ग के छटवेँ वेतनमान के वेतन गणनापत्रक आदेश एवं अध्यापक ,संविदा शिक्षक ,गुरुजी संवर्ग की अन्य मांगोँ के आदेश 15 अप्रैल 2016 तक जारी न होने पर संघ के सभी पदाधिकारियोँ की सहमती एवं सहयोग से आगामी धरना आन्दोलन तारीखो का ऐलान
(2)आजाद अध्यापक संघ को किन्ही अन्य संघ संगठनोँ के साथ मोर्चा मेँ शामिल होना चाहिए अथवा नही । यदि हां तो संघ को मोर्चा मेँ किन किन संघ संगठनो के साथ होना चाहिए और किन किन शर्तो के तहत मोर्चा बनाया जावेँ ।।
(3) आजाद अध्यापक संघ के पदाधिकारियों के कर्तब्य ,अधिकार एवं अनुशासन पर चर्चा ।।
अतः आप सभी दिनांक 18 अप्रैल 2016 को सागर में सादर आमंत्रित है !
रकीब खान
आजाद अध्यापक संघ जिला इकाई सतना
18 अप्रैल 2016 सागर मंथन आजाद अध्यापक संघ का,
उसके पूर्व मप्र अध्यापक कोर कमेटी के विचार........
साथियो आप सभी को हमारा प्रणाम।।
अध्यापक कोर कमेटी की संतति आजाद अध्यापक संघ के प्रथम कार्यकाल की पूर्णता के अवसर पर हम आप सभी से पुनः रूबरू हो रहे हैं। वर्ष 2013 में अध्यापक अपनी अस्मिता और आत्मसम्मान के संघर्ष में निरंतर गतिमान थे , किन्तु आंदोलन का समापन जिस तरह से हुआ उसका बार बार उल्लेख करना हम यहां उचित नहीं मानते।
निराशा और अविश्वास के भंवर में अध्यापकों का भविष्य सन 2017 तक सत्ता की चौखट पर गिरवी रख दिया गया था, किन्तु तत्कालीन अध्यापक नेतृत्व की विवशता ने सम्पूर्ण अध्यापक जगत को आक्रोशित कर दिया।
इस बीच प्रदेश के कुछ स्वतंत्र तो कुछ विभिन्न संघों और संगठनों के प्रति आस्था रखने वाले अध्यापकों ने सरकार से हुए समझौते का विरोध करने का निर्णय ले लिया। यह विरोध तत्कालीन अध्यापक नेतृत्व के साथ साथ सरकार से भी था।
अजीत पाल यादव, मनीष शंकर तिवारी, सुबोध झारिया, श्री कृष्ण शिवहरे, दिनेश साल्वी , केशव रघुवंशी , दीपक तिवारी, नितिन पाटिल नईम पठान, डी के भदौरिया, मनीष वर्मा , देवेन्द्र तोमर, डॉ विनायक शोपरा, जी एल पिपल सहित चंद मुट्ठी भर अध्यापकों (ज्ञात हो कि विभिन्न व्यक्तियों द्वारा समय समय पर स्वयं को आस और ऐसीसी का निर्माता और संस्थापक बता कर भ्रम फैलाने का कुप्रयास भी किया जाता रहा है) ने इस विषय पर तत्कालीन आंदोलन के नेतृत्वकर्ताओं को पंजीकृत डाक से पत्र प्रेषित कर संघर्ष को आगे ले जाने का अनुरोध किया । किन्तु प्रति उत्तर प्राप्त न होने पर फेसबुक के माध्यम से एक नया संदेश प्रदान करते हुए अध्यापक कोर कमेटी का जन्म हुआ,इसे विचार को संबल प्राप्त हुआ योगेश सरवाडऔर शरद क्षीरसागर जैसे जीवट साथियों का।
सर्व प्रथम नीलम पार्क भोपाल में सिर्फ नौ लोगो ने अध्यापक कोर कमेटी के विचार को अमली जामा पहनाया।
जन्म के साथ ही कोर कमेटी ने सभी संघों को एकजुट करने मजदूर भवन में बैठक रखी, जिसमें सर्व संघ एक मंच के प्रस्ताव को काफी जद्दोजहद उपरांत तत्कालीन बडे बडे नेताओ ने खारिज कर दिया।फिर भी अध्यापक कोर कमेटी ने हार नहीं मानी क्योंकि कोर कमेटी एक और नये संघ का जन्म नहीं चाहती थी, कमेटी तत्कालीन नेतृत्व के माध्यम से ही अध्यापको के संघर्ष को नये मुकाम पर ले जाना चाहती थी। और इसी दिशा में छुटपुट विरोध के साथ कोर कमेटी प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम करने की दिशा में अग्रसर हुई और कृष्णपुरा छत्री इंदौर और दशहरा मैदान भोपाल में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई जिसमें दिग्विजय सिंह चौहान जी ने कोर कमेटी के सफल प्रयास में सहभागिता प्रदान की।
संघर्ष पथ पर अध्यापक कोर कमेटी ने चलते हुए महसूस किया कि तत्कालीन नेतृत्व वर्ष 2017 तक किसी भी हालत में प्रबल विरोध दर्ज कराने की स्थिति में नहीं है।
तब अध्यापक कोर कमेटी ने स्वयं एक नवीन संघ की स्थापना का निर्णय लिया। कोर कमेटी के समक्ष पूर्व के संघों और उसके नेताओं , पदाधिकारियों का और उनके आजीवन कार्यकाल का अनुभव था, अतः नवीन संघ निर्माण के पूर्व इन अनुभवो से सीख लेने की आवश्यकता थी।
काफी विचार मंथन और अध्यापक की भावनाओं को ध्यान रखते हुए निर्णय लिया गया कि संगठन की शक्ति किसी एक व्यक्ति विशेष में निहित न की जाकर एक कोर कमेटी में समाविष्ट हो। और इसी तारतम्य में अध्यापक कोर कमेटी द्वारा आजाद अध्यापक संघ के नाम से नवीन संघ की स्थापना की गई। इस संघ के प्रथम अध्यक्ष आदरणीय भरत पटैल जी के नेतृत्व में संगठन ने अल्प समय में ही सम्पूर्ण प्रदेश में अध्यापक जगत में एक पहचान बनाई,
पहचान अन्याय से संघर्ष की,
पहचान अध्यापको के भरोसे की।।।।
अपने दूसरे कार्यकाल में प्रवेश करते हुए अध्यापक कोर कमेटी अपनी पारदर्शी सोच, ईमानदार नेतृत्व और अध्यापक हित सर्वोपरि की भावना लिए प्रतिबद्ध है।
अध्यापक कोर कमेटी , आजाद अध्यापक संघ के माध्यम से यह विश्वास दिलाती है कि
किसी भी स्थिति में अध्यापको के हितो से खिलवाड नही होने दिया जाऐगा।
किसी भी हालत में संघ को पदाधिकारियो और नेतृत्व की जागीर नही बनने दिया जाएगा।
हर हालत में अध्यापक हित में संघर्ष करने वाले व्यक्ति, समूह और संघ का समर्थन किया जाएगा।
अध्यापक हित का ढोंग रचने वालो द्वारा प्रदेश के किसी भी अध्यापक को अपमानित करने के प्रयासों की खुली आलोचना की जावेगी।
और सबसे महत्वपूर्ण बात अध्यापक कोर कमेटी पूरी तरह प्रदेश के अध्यापक संवंर्ग की भावनाओ के अनुकूल कार्य करने कटिबद्ध है।
नव वर्ष में नव पथ की ओर अग्रसर
आपकी अपनी
अध्यापक कोर कमेटी
बस मुट्ठियाँ भींच लेने से इन्कलाब नहीं आते,
इन्कलाब आते हैं अविरल उद्यम से, श्रम से,त्याग से,
सदा सत्य समर्पित निरंतर साधना के क्रम से,
उद्वेलित होना
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