अध्यापक एकता जिंदाबाद
भाई 5 से आंदोलन क्यों क्यों अध्यापको का डबल खर्च करवा रहे हो आंदोलन 1 से होना चाहिए सभी अध्यापक पहुचेगे क्योकि ये अब अध्यापको के अस्मिता की लड़ाई हो गई है
में समस्त मोर्चा के पदाधिकारियो से निवेदन करूँगा की 1 से ही आंदोलन होना चाहिए अब सरकार के टाइम देने का समय नहीं है
सभी लोग तैयार हो जाए और 1 को रेलि के पस्चात भूख हड़ताल पर बैठ जाए तबी कुछ हो सकता है
मोर्चा के समस्त पदाधिकारी तैयार रहे 1 से ही भूख हड़ताल व आमरण अनसन करने के लिये
अध्यापक एकता जिंदाबाद
अध्यापक मोर्चा जिन्दावाद
अरुण दुबे
1 मई भोपाल शाहजहाँ नी पार्क !
विशाल अध्यापक रेली !
अपने हितों की जंग मे शामिल होवे !
काम रोज़ आते हॆ और पूरे भी हौजाते हॆ जिनका मजा छनिक मात्र होता हॆ लेकिन कुछ काम ऐसे होते हॆ जो लगते ज़रूरी नही लेकिन दूरगामी नतीजे देते हे !
इसलिये सारे काम बाद मॆ!
1मई को भोपाल चलो ,
अब तो नियति की नियत साफ हे !
अंत नही ये क्रांति का आगाज हे !
हक तेरा और मेरा नही केवल,
देश का भी बनता हॆ !
अब दिखाना हे ,जनतंत्र की इस भूमि पर राजा वोह नही जनता हे !
चलो भोपाल भर दो भोपाल !
याद रहे 1 मई 2016 शाहजहाँ नी पार्क भोपाल !
सुबह की पहली किरण के साथ !
- विकास सक्सेना
Ratnesh Mishra
साथियो आप सबको यथायोग्य अभिवादन मै तीन रोज से आजाद अध्यापक संघ के सभी ऊर्जावान साथियो सहित प्रांताध्यक्ष की पोस्ट देख रहा हूँ
हमारे सभी साथी मोर्चा के १ मई को भोपाल मे
आयोजित कार्यक्रम को अध्यापक & संविदा
शिक्षक & गुरूजी के हितार्थ मानते हुये शुभकामनाएँ देते , बधाई देते , ईश्वर से प्रार्थना करते नजर आ रहे है.
जबकि मोर्चा मे शामिल कुछ अतिरिक्त
योग्यताधारी , डरपोक जैसे
लोग आस को कोसने के अलावा कुछ नही कर रहे। क्या किसी संघ का दुष्प्रचार करके तुम अपने संघ का प्रचार कर पाओगे। जो आंदोलन करता है उसको समझ आता है कि आंदोलन क्या है?
कितनी व्यवस्थाएँ , सहभागिता , विश्वनीयता , पूर्व का व्यवहार , समर्पण , दमदार , दबंग और संघर्षशील टीम तब जाकर आंदोलन का पहला दिन शुरू होगा. ऐसे लोग जो हर असफलता को आस से जोड़कर आस के प्रति विश्वास
और टीम वर्क को बदनाम करना चाहते है उन्हे क्या लिखा जाये शब्द नही मिल रहा .हमने आमरण अनशन करके छठवे वेतनमान का आदेश जारी करा लिया और भरत भाई से दूरभाष पर चर्चा उपरांत गणना पत्रक भी
शीघ्र जारी करने माननीय मुख्यमंत्री जी ने
अधिकारियो को निर्देश दे दिये है.अब कुछ मोर्चा भी करके दिखाये कि जब तक स्थानांतरण नीति , बीमा , सी सी एल अवकाश की पात्रता , संविदा परिवीक्षावधि १ वर्ष और मानदेय दुगुना आदि के आदेश नही होते तब तक आंदोलन यथावत् चलेगा.किसी भी स्थिति मे नही उठेगे या तो मॉग पूरी होगी अथवा पत्नी की मांग का सिंदूर मिटेगा. समझौता नही केवल आदेश होने के लिये आंदोलन हो तो मेरी ओर से भी दिली शुभकामनाएँ कि आप सफल हो जय हिंद ।।
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