आज की पाती समाधान टीम के नाम
समाधान टीम व्हाटसेप की दुनियाँ में अध्यापको को सच का आईना दिखाने का काम आपके द्वारा किया जाता है।ऐसा आपका कहना है।तो फिर आज आपके द्वारा भोपाल अंसतोष रैली में जाने हेतु अध्यापकों को क्यों नही कहा जा रहा....???क्या यह अध्यापकहित में नही...??? क्या आप आजाद संघ के पदाधिकारी है।आपकी टीम द्वारा इस अंसतोष रैली से दूरी बनाने पर मुझे गहरी आपत्ति है।आज आपकी कलम की खामोशी लेकर क्यों सो गई......????रैली का आपकी टीम द्वारा व्हाटसेप पर प्रचार प्रसार क्यों नही...????आखिर क्यों.....???आप आजाद संघ के पदाधिकारी है इसलिये.....?????क्या आप भरत जी के खास है इसलिये....????क्या आज संयुक्त मोर्चा ने आज सरकार के मापदण्डो पर सवाल उठाये इसलिये.....?????या फिर आपके पास आज संयुक्त मोर्चा की निंदा करने के लिये कोई बिषय नही था इसलिये.....?????आखिर आपकी विचारधारा आज निष्पक्षता के नाम पर चुप क्यों रही.....?????यदि आप आज संयुक्त मोर्चा की रैली पर अपनी प्रतिभा से प्रशंशा की चंद लाईन लिख देते तो क्या आपका सम्मान गिर जाता......?????कदापि नही गिरता...वरन आपके सम्मान में इजाफा होता....! मै व्यक्तिगत रुप से ऐसा सोचता हूँ।मैं आपकी कलम पर उठते सवालो के बीच आपकी पक्षपात से रंगी कलम पर प्रश्नचिन्ह अंकित करता हूँ।क्योकि आप संयुक्त मोर्चा की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते है।.....लेकिन आजाद अध्यापक संघ पर क्यों नही.....?क्या प्रेम है इनसे आपका .....क्या रिश्ते है इनसे आपके......इन रिश्ते नातो को उजागर करना चाहिये.....वरन एक तरफा लिखने से सवाल उठना और उठाना लाजमी माना जायेगा....आपकी कलम पक्षपात रहित नही मानी जायेगी।
फिर भी मैं आपको एक नेक सलाह दूँगा कि आप निष्पक्षता से लिखना आरम्भ करे।आपकी कलम में निष्पक्षता का भाव नही है।....क्योंकि आजाद का प्रेम छूटेगा नही....और निष्पक्षता आयेगी नही....जिस दिन प्रेम रिश्तों को त्यागकर निष्पक्षता का दामन थाम लोगे....आपकी इज्जत पक्ष भी करेगा .....विपक्ष भी करेगा...म.प्र. के अध्यापक समाज में कोने कोने मे आपकी टीम के चर्चे होगे।...अभी उठो ....जागो ....मोह माया के बंधनो को छोड़कर निष्पक्षता का मैदान संभालो और लिखो भोपाल की अंसतोष रैली मे जाने को करो प्रचार सोशल मिडिया की दुनियाँ में ....जगाओ लोगो को..,
चलाओ निष्पक्षता के बाण....👍
आपका क्रांतिकारी चम्बल
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