आजाद अध्यापक संघ ने मध्यप्रदेश के मा. मुख्यमंत्री जी , और संबधित विभागीग मंत्री जी से , चोबे जी से , शर्मा जी से , निवेदन कर लिया , विभागीय जिम्मेदार अधिकारियो को विगत 15 दिनो से याद दिला रहे है और अनुरोध कर रहे है । कि अध्यापक संवर्ग को 01 जनवरी 2016 से छटवेँ वेतनमान का लाभ देने के आदेश जारी होने किये जा चुके है इसके बाद भी आज दिनांक तक अध्यापक संवर्ग का वित्त विभाग से छटवे वेतनमान के नियमानुसार वेतन निर्धारण गणना पत्रक जारी नही हो पाये है । जो आदेश अक्टूबर 2015 मे जारी हो जाना था । अध्यापक संवर्ग का पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से अंतरिम राहत राशी की तृतीय किस्त का आदेश आज तक जारी नही हूआ । महिला अध्यापको को संतान पालन का लाभ देने के आदेश जारी करने की अधिकारियोँ को याद ही नही । गुरुजी और संविदा शिक्षक की मांगो और समस्याओँ का निराकरण न कोई निर्णय । वारिष्ट अध्यापको की पदोन्नति का 18 वर्ष से नियम नही । अध्यापक संवर्ग की स्वैच्छिक स्थानांतरण नीति पर मुख्यमंत्री जी की सहमती होने के बाद भी निर्णय और आदेश जारी नही , AEO के मामले का दो वर्ष मेँ निराकरण नही । अतिथि शिक्षक के मामले मेँ सिर्फ चर्चा कोई ठोस निर्णय नही । ये आखिर कब तक चलेगा । मा. मुख्यमंत्री जी का कहना है कि बिना धरना आन्दोलन के कर्मचारियोँ की समस्योँ का निराकरण किया जायेगा । तो जिन मामलो के निर्णय हो चुके है उनके महीनो आदेश रोककर प्रदेश कर्मचारियो को भड़काने नाराज करने का काम मुख्यमंत्री जी की मंशा के विरुध कर वारिष्ठ कार्यालयोँ मेँ कौन रहा है ।। अब आजाद अध्यापक संघ 15 अप्रैल तक आदेशोँ के जारी होने का इंतजार करेगा । और 11 और 12 अप्रैल को सरकार से एकबार और अनुरोध करेगा कि अध्यापक , संविदा ,गुरुजी और अतिथि शिक्षक संवर्ग लंबित मांगो और समस्याओँ का निराकरण शीघ्र कर दिया जावे । अन्यथा संघ 17 अप्रैल को मनोकामना पद यात्रा जिला विदिशा मेँ निकालकर 18 अप्रैल 2016 को आजाद अध्यापक संघ के प्रांतीय अधिवेशन जिला सागर मेँ प्रदेश के दुखी पीड़ित अध्यापक ,संविदा शिक्षक ,गुरुजी ,अतिथि शिक्षक संवर्ग के मंशानुसार कठोर निर्णय लेने बाध्य होगा ।अब ये मजबूरी नही जरुरी है ।। जय आस ।।
आपका भाई भरत पटेल प्रांताध्यक्ष आजाद अध्यापक संघ
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