साथियो काहानीयो मे सुना था कि समुद्र मे बडी मछली छोटी मछलीयो को खा जाती है , कुछ एसी ही घटना हमारे कई साथियो के साथ जीवन मे घटित हुई , ओर एसी ही एक घटना कल मेरे साथ घटित हुई जब मेरे शहर से फ़ोन आया ओर मेरे बडे भाई जेसे भय्या जो की काफ़ी सम्मानीत व्यक्ती है ने फ़ोन पर मुझे डाटा ओर चिंता जताई , ओर समझाया , कि मे लफ्ड़ो से दूर रहूँ
भय्या स्वयं face book, watts app नही चलाते , पर उनहे किसी छुट भईया अध्यापक ने ये गलत जानकारी दी की मे कुछ भी गलत ओर विवादित बाते लिखता हूँ , उनहोने मेरी एक पोस्ट पर आपत्ती जताई जब की मेने एसा कुछ नही लिखा था , वो मेरी सच्ची बातो को झूठ के साथ परोस रहा है , उस व्यक्ती ने एक तरह से वे बाते कही होगी जो की एक धमकी स्वरूप कही जा सकती है , भाई साहब की बातो से लगा की जेसे वो व्यक्ती जो उनसे मेरी शिकायत किया वो नही चाहता कि अध्यापको की वर्तमान की समस्या हल हो , निशचित ही वो व्यक्ती अध्यापको , संविदा शिक्षको के इस मुद्दे को हल होता हुआ न देख इसे एक राजनितिक स्वरूप देना चाहता है ,जब्की आज़ाद संघ ओर संयुक्त मोर्चा इसका हल चाहता है ! समझ नही आता की वो भाई साहब से शिकायत करने वाला एक अध्यापक ,, शिक्षक की मर्यादा को तार तार करने पर तुला है , अपने राजनीतिक लाभ के लिये कितने ही अध्यापको ओर उनके बच्चो , के भविषय के साथ खिल्वाड़ कर रहा है , भाईयो फ़ोन मुझे भाई साहब के no. से आया यदि उस भड़काने वाले के फ़ोन से आता तो मे आज उसका no. आप सबके सामने सार्वजनिक कर देता , मेरे मोबाइल मे call recording हमेशा चालू रहता है , कल की भी recording है , क्युकी भाई साहब की आवाज़ है ,,
उनकी जगह उस व्यक्ती की की आवाज़ होती तो मे watss app पर भी share iकर चुका होता , अब लगता है की अध्यापको मे ही एक व्यक्ती एसा भी है जो अध्यापको संविदा शिक्षको के हक़ मे आवाज़ उठाने के खिलाफ़ है ,
अब तक मे खुद शंका ग्रस्त था कि मे सही दिशा मे कार्य कर रहा हूँ के नही पर उस फ़ोन के बाद से मुझे लगने लगा की मे निश्चित ही सही दिशा मे अग्रसर हूँ, क्युकी मेरे भले के कार्य से अवसर वादी लोगो को परेशानी होने लगी है साथ मे आज़ाद अध्यापक संघ भी सही दिशा मे जा रहा है क्युकी उसने आज़ाद से दूर रहने की सलाह दी !
खेर मे भाई साहब से उस भड़काने वाले ओर अध्यापको का भला न चाहने वाले व्यक्ती का नाम पूछूँगा ओर यदि पता चला की वो किसी संघ , या समुह , या पार्टी से संबन्धित है तो उस व्यक्ती ओर उसके समूह का पर्दाफाश करूँगा !
"वो व्यक्ती जो मुझ पर दबाव डलवा कर मेरे विचारो को प्रकट करने से रोकने की साज़िश कर पेट्रोल से आग बुझाने चला था नही जानता कि इससे विचारो की आग ओर भड़क सकती है"
जबकि मेरे परिचित जानते है कि मे डर से नही प्यार ओर स्नेह से लुट जाने वालो मे से हूँ ।।
-रकीब खान (संविदा शिक्षक)
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