🇮🇳जय हिन्द वंदे मातरम🇮🇳
भारत माँता की जय
सबसे पहले तो मैं सभी सम्माननीय साथियों को "गणतंत्रता दिवस "की हार्दिक,हार्दिक शुभकामनाएं देना चाहूंगा। तदनन्तर वेदों में वर्णित राष्ट्रीयता से संबंधित कुछ उल्लेख अवश्य सबके साथ बांटना चाहूँगा। यथा -
ततो राष्ट्रं लभोजश्रच जातम्।
अथर्ववेद
अर्थ - सच्चरित्र एवं धर्म रत प्रजा से ही राष्ट्र बल और ओजस युक्त होता है।
स्वराउसि सपत्नहा।
यजुर्वेद
अर्थ - वस्तुतः तुम स्वयं ही राष्ट्र के शासक व राष्ट्र द्रोहियों के नाशक हो।
इदं राष्ट्रं विप्रहि सौभगाय।
अथर्ववेद
अर्थ - इस राष्ट्र की सर्व विधि श्री वृद्धि के लिए तुम सहभागी बनो।
पुनः "गणतंत्रता दिवस "की हार्दिक शुभकामनायें। 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
सादर :---
विश्वजीत सिहं सिसोदिया
प्रदेश मंत्री
म.प्र.राज्य कर्मचारी संघ
No comments:
Post a Comment