मध्यप्रदेश शासकीय अध्यापक संघठन के संभागीय सचिव संभाग रीवा श्री अतुल जी की कलम से अध्यापको के लिये
** उठो जागो और लक्ष्य प्राप्ति तक संघर्ष करो **
अध्यापक अब हुंकार भरो,
नहीं चाहिए छल का वेतन
सब मिलकर प्रतिकार करो।
काम के लगे पूरे दाम, साथियो हमारे पास करने लायक काम तो है किन्तु जीने के लिए जरूरी दाम नहीं है । अब दाम का संघर्ष अपने दम पर अध्यापको को करना ही होगा ।
ये कैसा विषयांतर है ,जब शोषणकारी सरकार के षड्यंत्र कारी इरादों को भाँपने के बजाए लोग जो आजतक नक़ली स्वतंत्रता की बात कर रहे थ कुटिल आज़ादी की बात कर रहे थे वह कितने अराजक हो रहे हैं कि सरकारी विसंगति पर भी उन्हें संगती दिख रही है सरकारी प्रवक्ता बन सब सही होने के नित थोक बंद बयान दे रहे है ।कल तक चीख चीख कर सरकार के निकम्मेपन का प्रमाण पत्र टांगरहे थे आज श्यामला हिल की ड्योढ़ी में नतमस्तक हो व्यक्तिशः शिवप्रसाद का पान कर जाति द्रोह की कोशिश कर रहे है कैसी विडंबना है इन के पास यह कहने का साहस कहा से आ गया है कि यदि अध्यापकों को विसंगति रहित वेतनमान मिल गया तो भी बे "टाटा अंबानी नहीं बन जायेगे " अरे हम तो समानता की बात करने 20 वर्षों से निकले हैं समानता के तथ्यों को भूल अपने ही विषयों में उलझ कर रह करें सम्मान सम्मान के आवरण को ओढ़कर बच निकलने की कोशिश कर रहे हैं ।क्या समान कार्य समान वेतन की 20 वर्षों से की जा रही सतत मांग की मूल आत्मा यही है विसंगति पर विसंगति होती रहेऔर हर विसंगति को स्वीकार करने की विसंगति पूर्ण मानसिकता की स्थापना में कुछ विघ्न संतोषी नेताई किस्म के लोग लगे रहे आखिर कितने पाटीदार तैयार होंगे कितने चापलूस तैयार होंगे यह अध्यापकों की समझ से बाहर है दिक्कत यह है कि जब पुष्प हारो से लदे स्वागत से बौराये लोगो की महत्वाकांक्षा अराजकता में परिवर्तित होती है तो विकृति हो जाती है । आज कितने साथी संघर्ष कर शहीद हो गए ,कितनो को बेटियो की शादी की चिंता है ,कितने गंभीर बीमारियो के इलाज के आभाव में जीवन के अंतिम पड़ाव में है , न जाने कितनी ऐसी अन्य विषम परिस्थितियों से जूझ रहे होंगे , इन्हें काम का पूरा दाम सहारा नहीं बनेगा ।क्या इन सभी को सम्मान समारोह की माला से सहारा मिलेगा ,तालियों की गूँज से दवाई आएगी , शाब्दिक या कागजी प्रसास्ति पत्रो से बच्चों की पढाई हो जायेगी ।सब कुछ होगा समानता के आर्थिक आधार से जो वेतन मानो की विसंगति के रहते कभी पूरा नहीं होगा । सरकार से विसंगति रहित 6वा वेतन तय करने लिए शासकीय अध्यापक संगठन ने संघर्ष का जय घोष कर दिया है ,27 जनवरी को जिला स्तर पर हम आंदोलन की शुरुआत करेगे , तब तक सरकारी साजिश के विसंगतिपूर्ण आदेशो की प्रति या भी आ जायेगी जिनका दहन कर ठंडी सरकार की प्रारंभिक सिकाई होगी ।
ले मशाल बढ़ चलो साथियो
अब होगी जंग आर पार साथियो ।।
अतुल सिंह परिहार
कार्यकारी जिलाध्यक्ष
शासकीय अध्यापक संगठन सतना
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