प्रदेश के 11 मान्यता प्राप्त संघों की बड़ी मेहरबानी हुई।
जो संविदा शिक्षकों से आंदोलन अपना सहयोग तो मांग लिया । भूख हड़ताले तो करवा ली ।।
आंदोलन को प्रदेश के जन जन तक सोशल मीडिया द्वारा पहुच वाने में मदद तो ले ली ।
पर जब संविदा के हितों की बात आई तो बेचारों को दरकिनार कर दिया ।।
खैर शुक्र हैं आप सभी अध्यापकों नेताओ का जो आप सभी ने समय रहते हमारी आँखे खोल दी ।
आप सभी नेताओ की ही दुआ(use and through policy) और आशीर्वाद(दोगलेपन) की ही देन हैं की
प्रदेश एक और असन्तुष्ट समूह अपनी लड़ाई खुद लड़ने जा रहा अपने दम पर ।।
एक और संघ् बनने जा रहा । ऐसी ही हटधर्मिता और नेतागीरी की आदतों से प्रदेश में 11 संघ पहले ही हैं और ये 12 वाँ भी मार्च 2016 में रजिस्टर्ड हो जाएगा ।।
जब भी अध्यापकों का कोई इतिहास उठा कर देखेगा ।
सभी जिम्मेदारों के दाग नही धूल पाएंगे ।।
अरे
स्वार्थ की पराकाष्ठा पार कर दी ।।
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