सम्मानीय अध्यापन कार्य से जुड़े हुये सरस्वती के वरद
पुत्र पुत्रियों।सादर वंदे।
साथियो शिक्षा को बचाना हमारा उद्द्येश्य है।
क्योकि सरकारी स्कूलों एवम् सरकारी शिक्षकों को समाज के बीच
पूरी तरह वादनाम कर दिया है ।विगत 20 वर्षों से
शिक्षाका कार्य कर रहे शिक्षो को वर्गों में बाँट कर वर्ग भेद फैलाकर शोषणकारी नीतियों से
शिक्षा वेबस्था को चोपट कर दिया और बदनामी सरकारी टीचर की।
पढाई के अलावा बेगारी जैसे
कार्य
डाकिया चपरासी लिपिक जैसे कार्यों में टीचर लगे है। पढ़ाओ मत खाना खिलाओ और घेर कर रखो 5 class or teacher2 कैसे हो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा।
Class1 se 8 takपास करो आगे बढ़ायो की नीति ने सरकारी स्कूलो में अध्यन कर रहे अधिकांश गरीब दलित किसान मजदूरों के बच्चे अध्यन करते है। उन्हें सिर्फ साक्षर बनाकर रखने की नीति निजी स्कूलों को बढ़ावा जहाँ शिक्षा का व्यबसायीकरण हो रहा है।
बचाओ सरकारी स्कूलो को
शिक्क्षा का निजीकरण रोकना है नहीं तो गुलाम बनना है।
रतलाम जिले में शिक्षा क्रांति यात्रा का आगमन।
24 जनबरी 2016
समय 11.30
स्थान होटल रुद्र पैलेस
रतलाम।
"सबको शिक्षा सबको काम
सामान काम का सामान दाम।"
"राष्ट्रपति हो या मजदूर किसान
सबकी शिक्षा एक सामान।"
"आओ कृषक- श्रमिक ,साथियों इंकलाब का नारा दो ,
अध्यापक गुरुजन बुद्धिजीवीयो अनुभव भरा सहारा दो
फिर देखें हम ,सत्ता कितनी बर्बर है बौराई ,
तिलक लगाने तुम्हे साथियो शिक्षा क्रांति आई है ।"
अपील कर्ता
राज्य अध्यापक संघ
रतलाम जिला।
सौजन्य से परसराम पाटीदार जावरा जिला रतलाम
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