म.प्र.शासकीय अध्यापक संगठन
आई टी सेल
भोपाल
हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं।
कोशिश है कि सूरत बदलनी चाहिए।
अध्यापक संवर्ग के लिए जारी होने वाले छंटवे वेतनमान के आदेश में कोई विसंगति न हो ऐसा हम सब की कोशिश है।
काश ऐसा हो,,,,,,,,
इस सम्बन्ध में मंत्री परिषद में पारित संक्षेपिका जो हम सबके सामने आई है,अब चाहे वह सही हो या गलत हो,लेकिन उसको देखते हुए विसंगतयों से इंकार नहीं किया जा सकता।
अध्यापक संवर्ग के सबसे बड़े वर्ग सहायक अध्यापक के वेतनमान की गढ़ना 7440 से होनी चाहिए,तथा 12 वर्ष पूर्ण कर चुके सहायक अध्यापकों को क्रमोन्नत वेतनमान 9300 मिलना चाहिए,1998 के शिक्षा कर्मी वर्ग वर्ग 1,2,3 जिन्हें 1 अप्रेल 2007 को सहायक अध्यापक बनने पर 3 तथा अध्यापक और वरिष्ठ अध्यापक को 2 वेतन ब्रद्धियाँ प्राप्त हुईं थी उनकी गढ़ना 7440 में तीन वेतन व्रद्धि सम्मिलित कर 8370 से अध्यापक के वेतन वैंड 9300 में दो व्रद्धि सम्मिलित कर 10070 से तथा वरिष्ठ अध्यापक को 10230 में दो वेतन ब्रद्धि सम्मिलित कर 11070 से गढ़ना होनी चाहिए।
शिक्षा कर्मियों की भांति संविदा शिक्षकों और गुरिजियों को भी पूर्व कार्यकाल की वेतन ब्रद्धियाँ स्वीकृत कर जोड़कर गढ़ना हो।
अन्य कर्मचारियों की भांति अंतरिम राहत मिलने की दिनांक सितंवर 2013 से वेतन पुनरीक्षर कर अंतरिम राहत की राशि समायोजन होना चाहिए,अंतरिम राहत की वसूली चाहे तीन माह की बात ही क्यों न हो वसूली न होकर समायोजन होना चाहिये।
सांतवे वेतनमान की मिलने की चिंता को देखते हुए मुख्य रुप से सितंवर 17 के स्थान पर दिसंवर15 में 4 सितंवर 13 के अनुसार वेतन निर्धारित की मांग अनुसार 2 सितंवर 15 को शासकीय अध्यापक संगठन/अध्यापक संविदा शिक्षक संगठन द्वारा जिला स्तरीय रैली ज्ञापन,13 सितंवर से आजद अध्यापक संघ के आंदोलन,तथा 17 सितंवर15 से सभी संघों के सम्मिलित होकर अध्यापक संयुक्त मोर्चा द्वारा किये गए आंदोलन,संघर्ष के बाद दिसम्बर 15 से ही छंटव वेतनमान स्वीकृत होना चाहिए।
पदोन्नति से नियुक्त वरिष्ठ अध्यापक एवं अध्यापक के वेतन की गढ़ना,छंटवे वेतनमान एवं शिक्षक संवर्ग के नियमों के अनुसार होनी चाहिए।
सितंवर13 से अभी तक प्राप्त विसंगति पूर्ण अंतरिम राहत में सुधार हो,जिनको अंतरिम राहत नियमानुसार कम मिली है।पुनः गढ़ना कर उन्हें उक्त अवधि का एरियर्स मिलना चाहिए।
समाचार पत्रों के अनुसार ऐसे 40 हजार लोग जिनको अंतरिम राहत 4 सितंवर 13 के उल्लेख अनुसार ज्याद मिल गई है।उनकी कटौती के पूर्व परीक्षण करना जरुरी है,क्योंकि आहरण अधिकारीयों ने जो भुगतान किया है वह बिना आधार के नहीं किया गया है,पदोन्नति होने पर आर्थिक नुकसान को देखते हुए किये गए अंतरिम राहत के भुगतान को गलत बताकर वसूली अन्याय है।बास्तव में अंतरिम राहत भुगतान का निर्धारण गलत है।आहरण अधिकारी या सम्बंधित गलत नहीं है।
आशा है उक्तानुसार ही आदेश/निर्देश जारी होना चाहिए
अन्यथा की स्थिति में शासकीय अध्यापक संगठन विसंगतियों से सहमत संघों के साथ मिलकर आंदोलन करने करेगा।,,,
16 जनवरी की प्रांतीय बैठक भोपाल में हुई जिसमें राकेश दुबे कटनी,संजीव त्रिपाठी शहडोल,sn पाठक अनूपपुर,उपेन्द्र कौशल जितेंद्र शाक्य भोपाल,हारून अख्तर शेख आरिफ छिंदबाड़ा,मनोज उपवंशी दिनेश वशिष्ठ बालाघाट,जाहिद अली दतिया,पंकज परिहार ग्वालियर,सुरेन्द्र उपाध्याय अशोकनगर,सुरेन्द्र कौरव भिंड,कमल बैरागी सीहोर,ब्रजेश खरे जतारा,सतीश दामोदर बुरहानपुर,राजेश गुप्ता,पवन मिश्रा,राजेश कस्तूरे,op साहू,विनोद धुर्वे,अनिल धुर्वे, जगदीश पुष्पकार आदि उपस्थित थे।
17 जनवरी की प्रांतीय बैठक इंदौर में हुईं,जिसमें राकेश दुवे कटनी,रविशंकर शर्मा मुरैना,हबीबुल्लाह खान विनोद पंडित गिरिराज शर्मा गोपीचंद राजेश पाटीदार खरगोन,भगवान कानडे खंडवा,विमल जैन ओमप्रकाश बडगुजर, धार,राजेश साल्वे सतीश दामोदर संजय दैवले बुरहानपुर,संजय सिकरवार सुरेश द्विवेदी झाबुया,अशोक देवराले, मजीद खान हरदा,अशोक मालवीय प्रवीर यादव,आनन्द हार्डिया,राजेश चौहान,संजय कुमार RR चौहान,परवेज शेख,राजेंद्र परिहार अमरीश मिश्रा मोहनिया जी मनोज गौड़,दिलीप करोल,अभिनव तिवारी संतोष मालवीय,खूबचंद सेम,श्याम देवड़ा,निशु भार्गव मेडम,आदि की उपस्थिति रहे।
उक्त बैठकों की अध्यक्षता प्रान्ताध्यक्ष ब्रजेश शर्मा ने की संचालन संजीव त्रिपाठी,और अशोक देवराले ने किया।
दो दिवसीय बैठक में सर्व सम्मति से फैसला लिया गया कि विसंगति रहित छंटवा वेतनमान एवं अन्य मांगों के निराकारण हेतु 27 जनवरी16 को 4 बजे मुख्यमंत्री जी के नाम जिलाधीश महोदय को रैली निकालकर ज्ञापन दिया जायेगा।
प्रदेश के सभी अध्यापकों से रैली ज्ञापन के कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की है।
लड़ेंगे जीतेंगे
आरिफ अंजुम
9425628786
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