समूचे राष्ट्र की आवश्यकता के पवित्र मिशन को लेकर शिक्षा क्रान्ति यात्रा ने प्रदेश के 24 वें जिले के रूप में नरसिंगपुर में प्रवेश किया ।
चुकी इस यात्रा का कार्यक्रम पूर्व से तय था । और उसके एक दिन पूर्व राज्य अध्यापक संघ के पूर्व प्रांताध्यक्ष व् वर्तमान विधायक भाई पाटीदार जी के पिताश्री का देव लोकगमन हो गया । जिससे पुरे अध्यापक जगत में शोक की लहर छा गई। एक तरफ मिशन और दूसरी और अध्यापक परिवार में शोक की लहर ।
साथियो बस यही दुविधा के बिच शिक्षा क्रान्ति यात्रा के मिशन को ध्यान में रखते हुए (क्योंकि ये मिशन सिर्फ शिक्षा ही नही वरन समूचे राष्ट्र में शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे निरन्तर बदलाव और उससे होने वाले दुष्परिणामो के खतरे से बचाने को लेकर राष्टीय आवश्यकता का सबसे अहम लक्ष्य है। )
इस कार्यक्रम को एक मिशन के रूप में संपादित कर, अंत में एक शोक सभा का आयोजन कर विनम्र श्रंद्धांजलि अर्पित की गई।
साथियो
निश्चित ही यह एक सच्ची श्रंद्धांजलि के रूप में जानी जायेगी क्योंकि जिस अद्भुत संघर्षी की शक्शियत के धनी आदरणीय मुरलीधर पाटीदार जी,, जिन्होंने अपने जवानी के एक दो दिन नही बल्कि कठिनतम 19 वर्षो के जीवन को प्रदेश के सम्पूर्ण अध्यापक जगत के लिए समर्पित कर के अनेकानेक तकलीफो का सामना किया। ज्ञात हो की 58👉58 दिनों तक इक्का दुक्का साथियो को लेकर भी भोपाल की सड़को पर डटे रहे। ये बात अलग है की एक दो या चार दिनों के लिए हम भोपाल की सड़को पर हजारो की संख्या में जाते थे और चार दिन या शाम तक सब अपने अपने घर की और लौट जाते थे। और ओ अकेले ही मुट्ठीभर लोगो को लेकर भोपाल की सड़को पर डटे रहे। अब तक 19 👉से 20 पुलिस प्रकरण ,पुलिस की लाठियो के जख्म ,हड़ताल ,और 29👉29 दिनों तक भूख हड़ताल की लेकिन किसी घर पर आराम करने वाले भाई को कभी दोष नही दिया । कभी कोषा नही । ये सबसे बड़ी उपलब्धि और सह्रदयता की मिशाल है। जिसके चलते कई बार जेल धरना आंदोलन और संघर्ष की पीड़ा झेली। जिससे 500 रु मासिक के अपमान देय से लेकर आज 6थ वेतनमान के रूप में समान वेतन के सपने को साकार करते हुए । आगामी समय में शिक्षा विभाग में विलय हेतु रास्ता साफ़ किया। साथियो विदित हो की सत्तत प्रयास कर विगत 26 जून व् अगस्त 2015 में ही cm साहब से आदेश जारी करने हेतु निकट भविष्य में महा पंचायत के माध्यम से सितम्बर 2015 में ही सौगात दिलवाने की रणनीति बनाई थी। लेकिन हमेशा ही प्रचार प्रसार और दिखावे की राजनीति से दूर मोन रहकर काम करने वाले पाटीदार जी और उनकी पूरी टीम ने हमेशा अध्यापक हितो को देखते हुए अचानक मैदान में उतरे अपने ही परिवार के साथियो के द्वारा दिए गए हर जख्म को सहन किया । और छठवें वेतनमान के आदेश करवाये। ये बात अलग है की आंदोलनों के हड़तालों के दौरान स्कूलो में भाग जाने वाले हजारो अध्यापको के कारण मुठिभर अध्यापको की उपस्थिति के चलते अनेक लाभ टुकड़ो में ही मिले। लेकिन इन सब कमजोरियों का ठीकरा भी (घर बैठ तमाशा देखने वाले अध्यापक भाइयो ने ) पाटीदार जी पर ही फोड़ा।।
और कई बार उनको अपमानित ही नही लज्जित और बदनाम करने में कोई कोर कसर ही नही बल्कि एड़ी चोटी का जोर लगा कर खुद को स्थापित करने का प्रयास किया । फिर भी पलट कर पाटीदार जी ने कभी भी उन ना समझ भाइयो को बुरा नही कहा। लेकिन फिर भी उन अर्जित अवकाश हैदराबाद रिटर्न के सम्मानित साथियो ने हर मोड़ पर राज्य अध्यापक संघ की पूरी टीम और पाटीदार जी को रातदिन कोषा। लेकिन ईश्वर की लीला और विनम्र और सरल सरस स्वभाव के धनी आदरणीय पाटीदार जी ने अपने अद्भुत सज्जनता और धैर्य का परिचय दिया । जिसका नतीजा आज सम्पूर्ण अध्यापक जगत और सरकार के साथ शुष्नेर की जनता देख रही है की आज उन्हें एक संघर्स शील विधायक के रूप में एक जनप्रतिनिधि मिला और हजारो घर बेठ कर तमाशा देखने वाले अध्यापको को छठवें वेतनमान के साथ अनेक प्रकार के लाभ मिले ।
नही तो साथियो
👉एक दिन ओ था जब एक शिक्षाकर्मी एक संविदा साथी को गुरूजी को एक सी. एल. तक नसीब नही होती थी ।
ये बात अलग है की और भी बहुत सारे साथियो का भी इस महायज्ञ में सहयोग और साथ मिला और आज हम यहाँ तक आये लेकिन सबसे अग्रणी और सबसे विनम्र अध्यापको के भविष्य को स्वर्णिम बनाने वाले पाटीदार जी को हम सदैव ह्रदय से नमन करते है । करते रहेंगे,,,,'🙏🏽 और इसी कारण नरसिंगपुर की पूर्व से आयोजित रास्ट्रीय आवश्यकता के उस पवित्र मशाल को देदीप्यमान करते हुए कार्यक्रम में स्वागत का कार्यक्रम निरस्त कर शिक्षा में निरन्तर हो रहे बदलाव के कारण हो रहे दुष्परिणामो से समाज को जगाकर व्यवस्था को इसके दुष्परिणामो से सभी वक्ताओं ने सचेत किया। ऐसे समय राज्य अध्यापक संघ नरसिंगपुर इकाई ने अपने सभी कर्तव्यो के रूप में राष्ट्रीय, ,सामाजिक, सांगठनिक,और पारिवारिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए आई इस दुःख की घड़ी को आँखों ही आँखों में भाव भिन होकर आपस में बाटा।
वही (आदरणीय मुरलीधरजी ) जैसे बेटे को जन्म देने वाले उनके पिता श्री को अश्रुपूरित विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सभी ने श्रद्धासुमन अर्पित किये।
यह श्रद्धांजलि निष्चित रूप से शिक्षा क्रान्ति यात्रा के रूप में एक सच्ची श्रंद्धांजलि ही मानी जावेगी।
अतः प्रांताध्यक्ष भाई जगदीश यादव जी और भाई दर्शन सिंग चौधरी जी सहित नरसिंगपुर की पूरी टीम के नेतृत्व भाई नागेन्द्र जी अजित जी सियाराम जी कोमल जी पटेल एवम् मातृशक्ति सहित प्रदेश व् जिले से आई पूरी टीम को आत्मिय धन्यवाद।
भरत भर्गव्
राज्य अध्यापक संघ मध्यप्रदेश
नरसिंगपुर शिक्षा क्रान्ति यात्रा पर विशेष एक सच्ची श्रद्धांजलि : भारत भार्गव
Wednesday, 2 March 2016
Labels:
शिक्षा क्रांति यात्रा
Subscribe your email address now to get the latest articles from us
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
Post Labels
6 टा वेतनमान
A.E.O.
cm
DA
DEO
DPC
FATCA
I-pin
Mutual Transfer List
NPS
NSDL
PEB (Vyapam)
PRAN
RTE
RTI
T - Pin
अंतरिम राहत
अतिथि शिक्षक
अतिशेष
अध्यापक
अध्यापक अधिकार मंच
अध्यापक संघर्ष समिति
अध्यापक संवर्ग तबादला नीति
अध्यापक सहायता कोष
अभियान
अर्जित अवकाश
अवकाश
आजाद अध्यापक संघ
आदेश
आंदोलन
आम अध्यापक संघ
आयकर
आरोप-प्रत्यारोप
आवेदन
ई अटेंडेंस
ई सर्विस बुक
एईओ
एजुकेशन पोर्टल
एम शिक्षा मित्र
कर्मचारी
क्रमोन्नति
गणना पत्रक
गुरुजी
चर्चा
चलो भोपाल चलो
जन्मदिन
जिला सम्मेलन
ज्ञापन
ट्रांसफर
नि:शुल्क
निजीकरण
नियम
निलंबन
नेतागिरी
पदोन्नति
परिक्षा
पाठ्य-पुस्तकें
पेंशन
प्रमोशन
प्रवेशोत्सव
प्रांतीय
प्रांतीय सम्मेलन
बंचिग फार्मूला
बयान
बैठक
बोर्ड परीक्षा
भत्ता
भर्ती
भोपाल
महिला
माध्यमिक शिक्षा मंडल म.प्र.
मुख्यमंत्री
मैपिंग
मोबाइल भत्ता
म्यूचुअल ट्रांसफर
युक्ति युक्तिकरण
राजनीति
राज्य अध्यापक संघ
राज्य शासन
राज्य शिक्षा केन्द्र
राज्य शिक्षा सेवा
रिजल्ट
रैली
लोक शिक्षण संचालनालय
वरिष्ठ अध्यापक
वर्त्तिकर
विसंगति
वेतन
वेतनमान
शासकीय
शासकीय अध्यापक संगठन
शासन
शिक्षक
शिक्षक संघ
शिक्षा का अधिकार
शिक्षा क्रांति यात्रा
शिक्षा मंत्री
शिक्षा विभाग
शिक्षाकर्मी
शुभकामनाऐँ
शोषण
संगठन
संघ
समग्र आईडी
समाधान ग्रुप
समान कार्य समान वेतन
सम्मान समारोह
संयुक्त मोर्चा
सर्वे
संविदा शिक्षक
संविलियन
सहायक अध्यापक
सिंहस्थ
सी सी एल
सीएम
सोशल मीडिया
स्कूल
स्थानांतरण नीति
हड़ताल
हाईकोर्ट
No comments:
Post a Comment