आओ फिर से दिया जलाएं
: अशोक कुमार देवराले
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आओ फिर से दिया जलाएं
भरी दुपहरी में अंधियारा
सूरज परछाई से हारा,
अंतरतम का नेह निचोड़े
बुझी हुई बाती सुलगाएँ
आओ फिर से दिया जलाएं
हम पड़ाव को समझे मंजिल
लक्ष्य हुआ आँखों से ओझल
वर्तमान के मोह जाल में,
आने वाला कल न भुलावें
आओ फिर से दिया जलाएं
श्री अटल बिहारी वाजपेयी
राष्ट्र कवि माननीय अटल बिहारी वाजपेयी जी कि ये पंक्तियाँ हमें प्रेरणा देती है कि हम एकता का दिया पुनः जलाकर एक जुट होकर आगे बढे।
साथियों आज न जाने क्या हो गया है हमें कि हम सरकार को छोड़कर आपस में एक दूसरे से लड़ना पसन्द कर रहे हैं और सरकार
अपने मकसद में कामयाब हो रही है
हम समाज के मार्गदर्शक माने जाते है परंतु हम खुद मार्ग से भटक रहे हैं
साथियों समय अपनी गति से अनवरत चलता है वह न तो किसी का इंतजार करता है और न ही किसी के लिए ठहरता है। हम समय की महत्ता स्वीकारें और समय के अनुरूप चलें तो ही सफलता हमें मिल सकती है।
हमारे सामने समस्याएं सीना ताने खड़ी है......
1.वेतन विसंगति
2.शिक्षा विभाग में संविलियन
3.स्थान्तरण पॉलिसी
4.अध्यापक बीमा
5.अनुकंपा नियुक्ति
6.वरिष्ट अध्यापक प्रमोशन
7.a.e.o की भर्ती
8.शिक्षक के सामान अधिकार
आदि अनेक समस्या खड़ी है क्या हम अलग -अलग रहकर इनको पूरा कर पायेगें
आज हम एक दूसरे पर आरोप लगाकर अपने दायित्व से मुक्त नहीं हो सकते है। विसंगति कब आई ,क्यों आई ,कौन इसका जिम्मेदार है इसमें उलझने से कोई हल नहीं निकल सकता है।
वर्तमान में ये सभी समस्याओं को सुलझाने के लिए हम क्या कर सकते है यह विचार किया जाना चाहिए।
हम अपनी ऊर्जा एक दूसरे को नीचा दिखाने में कर रहे है। हम राष्ट्र निर्माता माने जाते है ,देश का भविष्य बनाने का दायित्व हमारे कन्धों पर है परंतु हम अपने भविष्य को लेकर एक मत नहीं है ।यह स्थिति चिंताजनक ही नहीं भयावह है।
इतिहास गवाह है कि जो समय के साथ नहीं चला है समय उसे कभी माफ़ नहीं करता है।
एकता का पाठ पढ़ाने वाले अध्यापक अगर एक नहीं हुए तो समय हमें कभी माफ़ नहीं करेगा।
साथियों पुरानी बातों को भूलकर समय के साथ चलना ही महानता होती है।
आओ अध्यापक हित को ध्यान में रखते हुए हम सब एक आवाज बने।एकता के साथ चलें।
यही आपसे निवेदन है।
हमारी एकता ही हमारी सफलता है
माननीय अटल बिहारी वाजपेयी जी ये पंक्तियाँ पुनः ध्यान में रखे....
वर्तमान के मोहजाल में
आने वाला कल न भुलावें
आओ फिर से दिया जलावें
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अशोक कुमार देवराले
प्रांतीय उपाध्यक्ष
म.प्र.शासकीय अध्यापक संगठन
सदस्य
अध्यापक संयुक्त मोर्चा म.प्र.
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