प्रिय
श्री शेषनारायण सक्सेना जी
आम अध्यापक
रायसेन।
सादर वंदे।
आप ने कही निम्नांकित पोस्ट की है मेरे नाम से तो जवाब देना तो बनता ही है ।
"सियाराम पटेल जी
(आई टी सेल राज्य अध्यापक संघ म०प्र० )
सादर नमस्कार '
कुछ प्रश्नों के आपसे उत्तर चाहता हूँ ?
वर्तमान परिप्रेक्ष्य मैं - हर वो कार्य जो अध्यापकों के हित से जुड़ा है आपके संघ ने ही किया है तो '
१- गत दो बर्षों बाद अध्यापक हित मैं आवाज किस संघ ने उठाई और सितम्वर २०१५ मैं आंदोलन किस संघ ने किया ?
२- जब आंदोलन चरम स्थिती पर था तब क्या आपकी अाई टी सेल ने या आपके संघ ने अध्यापक हित मै कोई सूचना लगाई ?
३- आंदोलन के समय आपका संघठन भूमिगत क्यों था ?
४- ऐसे कौन से कारण थे कि राज्य अध्यापक संघ विगत दो बर्षों में मौन साधे रहा ?
५- २०१३ में पाटीदार जी को विधायक का टिकट मिलने पर संघ ने नया अध्यक्ष क्यों नहीं चुना ?
६- हर काम तो आपका संघ ही करा रहा है तो क्या अन्य संघ वेंटीलेटर पर हैं ?
६वाँ वेतन आपके संघ ने दिला दिया ' अब तो वेतन के लिए वंटन की राशी भी आपका संघ ही दिलाने लगा ' जबकि यह एक सतत् प्रक्रिया है !
आगामी दिनों में आपका संघ शिक्षा विभाग में सविंलियन भी तो करा रहा है !!
हर वो आदेश जो बरिष्ठ कार्यालय से जारी हो रहा है ' राज्य अध्यापक संघ की ही देन है ' क्यों कि अध्यापकों के हित मैं दिन रात आप जैसे मेहनती लोग राजधानी में ही डेरा जमाये रहते हैं ' फिर भी अापके साथी मानने तैयार ही नहीं?
परम आदरणीय सियाराम जी पटेल मुझे पूरा विश्वास है कि आप मेरे प्रश्नों का उत्तर विंदुवार देनें का कष्ट करेगें !!
धन्यवाद्
आपका
एक आम अध्यापक साथी
शेषनारायण सक्सेना
रायसेन "
आपकी पोस्ट का निम्नानुसार बिंदुवार जवाब -
सक्सेना जी, हमारा काम है हमारे संगठन की हर बात को आम अध्यापको तक पहुँचाना, आप कब से अध्यापक संवर्ग की से्वाओं में आये मैं यह नहीं जानता लेकिन 1998 से रहे होते तो राज्य शिक्षाकर्मी संघ वर्त्तमान में राज्य अध्यापक संघ को अवश्य जानते।
मैं जानता हूँ आप की समस्या क्या, आप को समस्या इस बात की है कि हम हमारी बात अध्यापको तक पहुंचा पा रहे हैं।
अब आपके प्रत्येक प्रश्न का बिंदुवार जवाब -
(1) विगत 2 वर्षो से राज्य अध्यापक संघ ने अघ्यापक हित में क्या किया है इसके लिए आप पूर्व प्रांताध्यक्ष श्री मुरलीधर जी पाटीदार की फेसबुक आईडी पर जाकर सभी जानकारियां प्राप्त सकते हैं, और आप विधानसभा वेबसाइट पर भी संपूर्ण रिकॉर्ड देख सकते हैं।
और हा 2015 का आंदोलन संयुक्त मोर्चा के बैनर तले लड़ा गया है जिसे प्रदेश के हर जिले के साथी जानते हैं।
अध्यापक हित में सभी का सहयोग प्राप्त हुआ जिसके लिए सभी का साधुवाद।
(2) जब आंदोलन चरम पर था तब राज्य अध्यापक संघ ने अपनी आईटी सेल गठित ही नहीं की थी, लेकिन याद रहे 17 सितम्बर से यह आंदोलन सभी अध्यापको का हो गया था ,और अध्यापक संयुक्त मोर्चा के बैनर में हुआ था ।
(3) शायद आप अध्यापक नहीं लगते, राज्य अध्यापक संघ कभी भूमिगत नहीं हुआ आप की जानकारी के लिए बता दिया जाए, हमारे दो जिलाध्यक्ष शेख मो. हनीफ उज्जैन और डी. के.सिंगौर मंडला, सभी के साथ 24 सितम्बर को गिरफ्तार हुए थे और जेल गए थे।
(4) यही प्रश्न मैं आप से भी पूछता हूँ विगत दो वर्षो से सभी अध्यापक संगठन मौन क्यों थे ? क्या वजह थी, अगर कर्मचारी हो तो इतना जरूर समझते होंगे की विगत 2 वर्षो में 4 प्रकार के चुनाव हुए है। जिसमे विधानसभा, लोकसभा, नगरपालिका, पंचायत शामिल हैं।
(5) किसको कब क्या बनाना है यह काम हमारे जिलाध्यक्ष तय करते है हम नहीं ।
(6) कौन वेण्टीलेटर पर है कौन मरणासन्न है यह हम नहीं कहते। लेकिन हम जो कर रहे है वह बताएंगे जरूर। छठा वेतनमान का आदेश तो 2013 में ही जारी हो गया था ,आप यदि कर्मचारी हैं तो जानते होंगे कि यह पहली बार किसी को अंतरिम राहत नहीं मिली थी ।
मुझे मालूम है आप को समस्या किस बात की है ,लेकिन अब आपकी समस्या का हल नहीं हो सकता ,अब आप की समस्या और बढ़ने वाली है। राज्य अध्यापक संघ द्वारा किये गए कार्य आम अध्यापक तक पहुँच रहे हैं।
और हा अब ये बहुत हुआ आम अध्यापक का बहाना कर हमारे साथियों को गुमराह करना आप अध्यापक संवर्ग के किसी संगठन विशेष के पदाधिकारी हैं, इसीलिए अपनी जवाबदारी से दूर हटकर किसी भी संघ पर आरोप प्रत्यारोप रुपी कीचड उछालने की बजाय अध्यापक हित में अपने दायित्वों का निर्वहन करें जिससे सभी अध्यापक संवर्ग के साथियों का भला हो सके।
खैर हम अपने काम पर विश्वास करते हैं किसी साथी या अपने संवर्ग के संगठन पर कीचड नही उछालते हैं।
शेष बाकी गुना और आलोट की घटनाओं से भी प्रदेश का आम अध्यापक वाकिफ है कि कौन शासन के विरुद्ध अध्यापक संवर्ग के हितार्थ संघर्षरत है और कौन अपने निजी हितों के लिए अपने ही साथियों व किसी संगठन विशेष के विरुद्ध अध्यापक हित की बली चढाने में भी पीछे नही।
"धन्यवाद "
आप का साथी
सियाराम पटेल
आई टी सेल
राज्य अध्यापक संघ
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