सादर वंदन
अध्यापक इस समय संकटो के दोर से गुजर रहा है।यह संकट हमने पैदा नही किये।ये संकट संघ संगठनो ने अपने अपने संघो को श्रेष्ठ रखने की महत्तवाकांक्षा से उत्पन्न हुये है।अध्यापको ने तो हमेशा प्रत्येक संघ का साथ दिया है।और हर बार वही ठगा सा दिखा है।संघो की राजनीति तो चलेगी चलती रहेगी।नये संघ बनते रहेगे।कुछ संघ बिखरेगे।यह दोर तो चलता रहेगा लेकिन अध्यापकहित रहना चाहिये।ये तभी संभव है जब सभी संघ श्रेय की राजनीति से ऊपर उठकर अध्यापकहित मै कार्य करे।यदि संघो का यही खेल चलता रहा तो एक दिन एसा आयेगा केवल संघ ही अकेला रह जायेगा इनके साथ कोई भी अध्यापक साथ नही चलेगा।सर्वप्रथम सभी संघ इस समय सहायक अध्यापक विसंगति पर ध्यान केन्द्रित होकर कार्य करे अन्यथा आप अपने आपको कभी माफ नही कर पायेगे और ना ही भविष्य में कोई आंदोलन क्यूकि मै देख रहा हू धीरे धीरे सहायक अध्यापक संघो की राजनीति को दरकिनार करते हुये अलग हो रहा है।पूर्व मे 2013 मे कटे वेतन के आदेश भी शीघ्र हो गये थे लेकिन आज की वर्तमान स्थिति मे हड़ताल अवधि के कटे हुये वेतन के संदर्भ में कोई संघ चर्चा भी नही कर रहा है।अपने अपने श्रेय की राजनीति और आभार सत्कार में व्यस्त है।आप एक बुध्दिजीवी समाज की राजनीति कर रहे है।ये समाज सब कुछ जानता समझता है।अब फैसला आप करे।आगे क्या करना है।यदि समय रहते सभी संघ आपसी राग द्वेष ईषर्या छल कपट त्यागकर एक होकर सभी एक मंच पर आकर अध्यापकहितो को साकर करे।हम पहले भी एकता के पक्षधर थे और आज भी एकता के पक्षधर है।हमारा किसी भी संघ संगठन से या किसी व्यक्ति विशेष से मनभेद नही कोई गिला शिकवा नही ।हाँ केवल वैचारिक मतभेद हो सकते है।यदि वैचारिक मतभेद मे मेरी शब्दवाणी से किसी को ठेस पहुंची है।तो मै क्षमाप्रार्थी हूं।घर परिवार में रिश्ते बनते है और बिगड़ते है।लेकिन फिर भी परिवार का प्रत्येक सदस्य परिवार की सदैव चिंता करने हेतु तत्पर रहता है।ऐसी सभी से आशा है कि आप मेरी भावना को समझते हुये निश्चित हीअध्यापकहित मे सार्धक कदम उठायेगे।अत: 20 मार्च को होने वाली संयुक्त मोर्चा की बैठक में सभी संघो से निवेदन है जरुर आये।आज भोपाल मे हुई संयुक्त मोर्चा की बैठक अन्य क ई संगठनो ने एकता का परिचय देते हुये संयुक्त मोर्चा के साथ अध्यापकहित मे कार्य करने की सहमति देकर मन बहुत प्रसन्न हुआ।अन्य संघो से भी पूर्ण आशा है।वो भी अध्यापको की भावनाओ को समझते हुये ठोस निर्णय लेकर 20 मार्च की संयुक्त बैठक में सम्मिलित होगे।
आपका कौशल क्रांतिकारी चम्बल
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