Pages

मुरली पाटीदार जी को कुछ कहने से पहले कौशल क्रन्तिकारी जी इस पर ध्यान दे : भारत भार्गव

Tuesday, 16 February 2016

कोशल क्रांतिकारी जी आपकी कलम पर प्रतिउत्तर में लिखना नही चाहिए लेकिन पहली बार लिख रहा हु । इसलिए की शायद आप मुझे पूरी तरह से जानते नही हो । फिर भी
    तो सुनिए जिस पाटीदार की थोड़ी सी लालच आप लिख रहे हो ।
👉साथी भाई कोशल क्रांतिकारी जी
👉ओ टिकिट और विधायकी कोई लालच नही कोई मोह नही कोई अवसर नही । बल्कि अचानक दरवाजे पर आई घड़ी पर लिया गया त्वरित निर्णय है । और उस घड़ी पर लिए गए निर्णय पर कुछ तथाकथित कम्बल किड़ो को कम्बल से बाहर निकलने का बड़ा हाथलगा मनमाँफीक अवसर लगा की क्या किस्मत है यार की पाटीदार को लपक के बदनाम करने का अवसर तो हाथ लगा। जिनकी ओकात नही प्राचार्य के सामने  ठीक से खड़े होकर बात करने की  जो आंदोलन के नाम पर अर्जित अवकाश लेकर हैदराबाद के नकली लाठीचार्ज के फोटो की वेशाखी के दम पर अपने आपको स्वभू नेता मान बेठे उनकी आत्मा से पूछो की सरकार किस खेत की चिड़िया....? किस डाली की चिड़िया होती है?????? जो कहती क्या और करती क्या ????और उड़ कर बैठती कहा है????????जिस पाटीदार को बदनाम कर जो कम्बल कीड़े आज डींगे मार कर डेंगू बुखार फैला रहे है 👎उनकी ओकात और उनकी नियत पूरा अध्यापक जगत अब समझ गया है । 👉 भाई।
        ओ एक.... एक तारीख और उन तारीखों से पहले की बोखलाहट जिनकी ओकात नही cm के पास तक फटकने की ओ सहारा ढूढ़ रहे थे वैसाखी का शिव चौबेजी के रूप में रमेश शर्मा जी के रूप में ऐसे लोगो को शर्म आना चाहिए की जिस 2013 के आंदोलन में जिन नकलियो ने (यहाँ गद्दार शब्द का इस्तेमाल नही करूँगा )   क्योंकि राज्य अध्यापक  संघ से हमे संस्कार मिले है ।
हा लेकिन चिख चीख कर कह सकता हु की जो कम्बल कीड़े उस वक्त कह रहे थे की हमे आंदोलन नही करना सरकार ने हमे सब दे दिया है (कब जब फ़रवरी 20013 में हमारा वेतन मात्र 8 👉9हजार था ।) लेकिन 2013 के संघर्ष से जो स्वर्णिम इतहास रचा गया उसे उन कम्बल किड़ो को ये ख़ुशी ये सफलता हजम नही हुई और ओ कम्बल कीड़े नेता बनने का खुद को फिर से स्थापित करने का मोका देख रहे थे । और पाटीदार जी को 13 मार्च 2013 में हड़ताल समाप्ति और 4 सितम्बर 2013 के 4 किस्तो के आर्डर की एतिहशिक सफलताके बाद ही नही पुरे 7👉8माह बाद   जब सुसनेर से 45000 पाटीदार वोटो के गणित के चक्कर में टिकिट मिला तो इन कम्बल किड़ो को मानो आलस्य और रजाई में सोते रहने का फल सा मिल गया और पाटीदार को बदनाम करने का सुनहरा मोका मिल गया। में इन कम्बल किड़ो से पूछना चाहता हु की 13 मार्च या 4 सितम्बर 2013 जब 4 किस्तो के आर्डर जारी हुए तब तो ये सोये रहकर बड़ा हुआ वेतन गिन रहे थे । लेकिन कोम के बेशर्मो को उस वक्त क्या मुह में रुई ठुसि हुई थी । या फिर किस और किसकी बारात में झांझ मंजीरे बजा रहे थे । जो अब जाकर कह रहे है की पाटीदार बिक गया था। अरे कम्बल किड़ो उस वक्त क्या तुम्हारी जुबान को दिमग लग गई थी या लकवा । जो अब पाटीदार के नाम से अर्जित अवकाश लेकर हैदराबाद के नकली लाठीचार्ज के फ़ोटो लेकर लुंगी डांस करते हुए पाटीदार पाटीदार के नाम से नेतागीरी की रोटी सेक रहे है। मानाकि की इतिहाश गवाह है की फल वाले पेड़ पर ही पत्थर मारे जाते है लेकिन मानवता भी कोई सन्स्कार होता है कोशल क्रांतिकारी जी ये कम्बल कीड़े डेंगू बुखार फैलाने वाले कीटाणु ये क्यों भूल गए । जो की पहले 4 क़िस्त और उस वक्त के नियमो को गाली दे रहे थे ओ आज उस वक्त के ही बने नियमो को लागू करने की मांग किस मुह से किस नियत से कर रहे है ।
ये बात उन कम्बल किड़ो को आत्मचिंतन करना पड़ेगा???????जो आज शिक्षा क्रान्ति यात्रा की एतिहाशिक सफलता से बोखला कर रोज नई नई गिरगिट की तरह चाल बदल बदल कर नेतागीरी झाड़ रहे है कभी कहते है प्रदेश में साढे तीन हजार निशुल्क एजुकेशन सेंटर खोलन्गे । लेकिन खुले साढे तीन भी नही । और अब कह रहे है की 👉 टूटे दिलो को जोड़ेंगे। वाह वाह वाह वाह वाह । बहरहाल कोशल क्रान्तिकारी जी आपकी कलम भी इन कम्बल किड़ो को सुधार नही पाएगी ।ये तो जन्मजात ही। इनकी मानसिक दिवालिये पन का सबसे बड़ा साबुत जो ये यह कहते फिर रहे है की आस का उपवास बाकी सब बकवास । तो इन कम्बल किड़ो से कहो की उपवास और भूख हड़ताल क्या होती है ये कोई उनसे पूछे जो 2013 के अनेक पाटीदार थे जिन्होंने अपने पेट की एक एक आतड़िया सुखा दी थी । बहरहाल आज इतना ही ।      
जय अध्यापक एकता ।। 
   
-भारत भार्गव
 एक आम अध्यापक

Subscribe your email address now to get the latest articles from us

No comments:

Post a Comment

Post Labels

6 टा वेतनमान A.E.O. cm DA DEO DPC FATCA I-pin Mutual Transfer List NPS NSDL PEB (Vyapam) PRAN RTE RTI T - Pin अंतरिम राहत अतिथि शिक्षक अतिशेष अध्यापक अध्यापक अधिकार मंच अध्यापक संघर्ष समिति अध्यापक संवर्ग तबादला नीति अध्यापक सहायता कोष अभियान अर्जित अवकाश अवकाश आजाद अध्यापक संघ आदेश आंदोलन आम अध्यापक संघ आयकर आरोप-प्रत्यारोप आवेदन ई अटेंडेंस ई सर्विस बुक एईओ एजुकेशन पोर्टल एम शिक्षा मित्र कर्मचारी क्रमोन्नति गणना पत्रक गुरुजी चर्चा चलो भोपाल चलो जन्मदिन जिला सम्मेलन ज्ञापन ट्रांसफर नि:शुल्क निजीकरण नियम निलंबन नेतागिरी पदोन्नति परिक्षा पाठ्य-पुस्तकें पेंशन प्रमोशन प्रवेशोत्सव प्रांतीय प्रांतीय सम्मेलन बंचिग फार्मूला बयान बैठक बोर्ड परीक्षा भत्ता भर्ती भोपाल महिला माध्यमिक शिक्षा मंडल म.प्र. मुख्यमंत्री मैपिंग मोबाइल भत्ता म्यूचुअल ट्रांसफर युक्ति युक्तिकरण राजनीति राज्य अध्यापक संघ राज्य शासन राज्य शिक्षा केन्द्र राज्य शिक्षा सेवा रिजल्ट रैली लोक शिक्षण संचालनालय वरिष्ठ अध्यापक वर्त्तिकर विसंगति वेतन वेतनमान शासकीय शासकीय अध्यापक संगठन शासन शिक्षक शिक्षक संघ शिक्षा का अधिकार शिक्षा क्रांति यात्रा शिक्षा मंत्री शिक्षा विभाग शिक्षाकर्मी शुभकामनाऐँ शोषण संगठन संघ समग्र आईडी समाधान ग्रुप समान कार्य समान वेतन सम्मान समारोह संयुक्त मोर्चा सर्वे संविदा शिक्षक संविलियन सहायक अध्यापक सिंहस्थ सी सी एल सीएम सोशल मीडिया स्कूल स्थानांतरण नीति हड़ताल हाईकोर्ट
 
Copyright © 2015-2016. अध्यापक वेब [Adhyapak Web].