एकता की बात...मेरे साथ...
सीधे धार से प्रवीण कुमार चौहान की कलम
चम्बल ने कर दिया कमाल.......
वाह..! क्या खूब दी एकता की मिसाल
चम्बल के अध्यापको को नमन - प्रणाम
माँ नमॅदा की जयन्ती और वेलेन्टाइन डे पर चम्बल के अध्यापक संघो ने एकता की हुंकार और अध्यापको को प्यार का पैगाम देकर सम्पूर्ण मध्यप्रदेश मे एसा संकेत दिया, जिसका अनुमान लगाना मेरे लिए कठिन पल था....चूकी जैसा मेने सुना था और सोचा था कि चम्बल की वादियो मे बन्दूको की आवाज सुनाई देती है....जहाॅ सिफॅ शान्ति की कल्पना की जा सकती है .....वहाँ एकता की हुंकार का शंखनाद कुछ इस गमॅजोशी के आगाज से होगा....! मे हेरान भी हूँ और भावुक भी... कि चम्बल के अध्यापको की एकता और शान्ति की मिसाल ने मध्यप्रदेश के अध्यापक जगत मे चमत्कार करके दिखा दिया।
कल व्हाटसएप की दुनिया पर चम्बल के अध्यापक संघो के महारथीयो की एकता की चित्रमय वास्तविक झलकियो ने मुझे ही नही मालवा-निमाड की धरती के स्थापित अध्यापक संघ के नेताओ के मन को भी झकझोर करके रख दिया.... टूटे हुए मनो को जोडने का जो संदेश चम्बल से मिला....वह अदभुतच है.....उसे भूलाया नही जा सकता....बल्कि मतभेद की दीवार को उखाडकर एसी ही एकता को मालवा-निमाड मे अंजाम देना प्राथमिकता का प्रथम प्रयास करने का समय है।
चम्बल के धुरंधर अध्यापक संघ के नेताओ की एकजुटता ने साबित कर दिया कि नफरत की दीवार और वजूद की लडाई से दरकते अध्यापक संघो के रिश्ते कोशिश करने से कामयाबी हासिल कर सकते है।जैसा कि चम्बल की दहशत की वादियो मे सयुंक्त मोचाॅ का ग्यारह से एक...जुट होना प्रसन्नता का अहसास करवाता है।
मे चाहता हूँ कि चम्बल से अध्यापको की एकता के लिए निकला सूयॅ का प्रकाश समूचे मध्यप्रदेश के आम अध्यापको को प्रकाशमान और उजाॅवान बनाएगा...!
हम एक बनेगे........नेक बनेगे
न तोडेगे........न टूटने देगे
हम खुद भी सुधरेगे...औरो को भी सुधारेगे....
अध्यापक एकता जिन्दाबाद....
अध्यापक संघ जिन्दाबाद......
No comments:
Post a Comment