अभी सोशल मीडिया पर अध्यापक वर्ग में जो छटवे वेतन के orders को लेकर उकताहट ,अाक्रोश व उत्कन्ठा का दौर चल रहा है,उसमें मेरा मानना है कि अभी समय कूटनीति का है,अान्दोलन का नहीं,बजट तक।अभी तो सबको अपने अपने स्तर पर शान्ति पुर्वक प्रयास करना चाहिए कि बजट में अध्यापक वर्ग के लिये पर्याप्त राशि का प्रावधान हो जाए।मेरी सलाह है शान्त रहे।एक विधानसभा चुनाव में एक हिट की जित या हार से माननीय मुख्यमंत्री की घोषणा पर प्रभाव नहीं पड़ेगा।पर इतना अवश्य सराहनीय है कि अभी 90---% पोस्ट छटवे वेतन को लेकर अध्यापक ग्रुप में की गई हैं,इससे कल्पना लोक में विचरण करने वाले अध्यापक नेता समझ लें कि प्रदेश का सामान्य अध्यापक क्या चाहते हैं??प्रदेश का बजट पेश होने तक धैर्य रखें और सक्रिय अध्यापक नेता बेहतर हो कि वित्त मंत्री से सम्पर्क करें।धन्यवाद।
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