साथियों इस समय वक्त की नजाकत को देखते हुये सभी संघो व अध्यापक भाईयो का एक होने का समय आ गया है।आदरणीय ब्रजेश शर्मा जी एकता में विश्वास रखते हुये उन्होने संयुक्त मोर्चा के बैनर तले 14 फरवरी को सभी जिला मुख्यालयों पर अध्यापक विरोधी अधिकारियो के पुतला दहन का कार्यक्रम रखा गया है।इसी क्रम में इसी दिन आजाद संघ द्वारा समस्त जिलो मे छटेवेतन विसंगति रहित आदेश हेतु उपवास कार्यक्रम रखा गया है।लेकिन ये समझ से परे है कि जब एक लक्ष्य होने के बावजूद भिन्न भिन्न कार्यप्रणाली क्यों....???
मेरा प्रदेश के सभी अध्यापक भाईयो व संघों से निवेदन है कि आपसी राग द्वेष छल कपट भाव को भुलाकर 14 फरवरी के कार्यक्रम को एक साथ मिलजुलकर करें। पुतला दहन और उपवास का कार्यक्रम मिलकर एक साथ हो।ताकि हमारी एकता की शक्ति को देखकर एक बार पुन:हमारी आवाज सरकार के कानों तक पहुंच सके।हम सभी एक ही शिक्षा जगत परिवार के भाई बहिन है।हमारे वैचारिक मतभेद हो सकते है।मनभेद नही।यदि जाने अनजाने में कोई भूल हुई हो तो अपने परिवार का भाई समझ कर माफ करे।जब परिवार का कोई सदस्य गलती भी करता है।तो परिवार के अन्य लोगो का दायित्व उसकी गलती को माफ करना होता है।भाई आदरणीय अजीतपाल जी भाई आदरणीय जावेद जी मेरे से भूल बस यदि कोई गलती हुई हो तो छोटा भाई समझकर माफ करें।माफ करना महापुरुषो का गहना होता है।मेरा सभी संघ संगठनो से निवेदन है कि आप स्वयं एकता के प्रयास करे।आप ये नही सोचे कि फंला संघ हमारे साथ आये आप सभी को यह स्वयं सोचना है कि हम ही फंला संघ के साथ अध्यापकहितो को ध्यान में रखते हुये जायेगे।
आप सभी संघो के पदाधिकारियो से बार बार निवेदन है कि आप निरन्तर बुलंन्दियो की ओर अपने कदम बढा़ये मेरी शुभकामनाये आप सभी के साथ है।आप सत्यनिष्ठा से निष्पक्ष निर्भीक रहकर अध्यापक संवर्ग के हितों में काम करे।हम प्रदेश के सभी अध्यापक आपके साथ है।क्योंकि मेरी मानसिकता हमेंशा सत्यनिष्ठा ,ईमानदारी से कार्य करने वालो के साथ रही है।हमारे प्रदेश में बहादुर अध्यापकों की कमी नही है।जिधर भी एकता के साथ चल पड़ेगे रास्ता हो जायेगा।
मैं सभी संघो से उम्मीद करता हूं।कि आप मेरी भावनाओ को समझते हुये एक उत्तम किस्म की एक बेबाक ,एक बेहतरीन अध्यापक संवर्ग के हितों में एक बार पुन:जोरदार लडा़ई लड़कर सरकार से प्रदेश के अध्यापको को उनके अधिकार दिलायेगे।मुझे उम्मीद है आप सौ फीसदी सफल होगे।देर हो सकती है मगर अंधेर नही होगा।
मैं जानता हूं।इस वक्त कोई झुकना नही चाहता।लेकिन सत्य यही है कि झुकने वाले ही हमेंशा जिंदा रहते है।और न झुकने वाले अंहकार में मारे जाते है।
सभी संघ आपस में संवाद जारी रखे।आज के वक्त की यही मांग है।जो अध्यापकविरोधी है।उस पर पैनी नजर रखे।उनका विश्वास हासिल करे।तमाम संघ प्रतिस्पर्धा की राजनीति को छोडे़।प्रतिस्पर्धा की लड़ाई मे प्रदेश का अध्यापक ठगा सा रह जायेगा ।सभी मिलकर निर्णय करे।आपका हमारा प्रयास निश्चित ही सफल होगा।सफलता देर से ही मिलेगी लेकिन जरुर यह मेरा विश्वास है।हम सत्य के साथ अपने लक्ष्य की ओर बढे़ हम सफल जरुर होगे क्योकिं सत्य परेशान हो सकता है पराजित नही।
अध्यापक एकता जिंदाबाद
संयुक्त मोर्चा जिंदाबाद
अध्यापकहित सर्वोपरि
"अठ!खड़ा हो,संघर्ष के लिये कस ले कमर,
इस बीच मर भी गया ,तो समझ,हो गया अमर"
🌹कौशल क्रांतिकारी चम्बल🌹
9691171268
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