कुछ दिन पहले मैंने ,एक पोस्ट वाट्स एप पर सभी साथियो को भेजी थी । उसमें मैने मेरे मित्र जो वित्त सलाहकार है की सहायता से ,नवीन पेंशन योजना में हमारा कटोत्रा और सरकार का अंशदान ,nsdl में देरी से जमा होने का दूरगामी परिणाम बताया था । और सेवानिवृत्ति के शेष वर्ष बताते हुए आर्थिक नुकसान का अनुमानित आंकड़ा बताया था ।
मेरी उस पोस्ट पर हमारे सथियो की प्रतिक्रियाएँ खेद का विषय है ।कई साथियो ने उस पर चिंता न जाहीर कर के लाईक किया ,और कई साथियो ने तो प्रतिप्रश्न यह किया की, नए वेतनमान के आदेश कब होंगे ।
साथियों उक्त विवरण चिंता का विषय है ।मेरा उद्देश्य अपने साथियों को जागृत करना ही है ।
हम सभी जानते है की अंशदान देरी से जमा होने के कारण बहुत अधिक आर्थिक हानि का सामना करना पढेगा । मेरे द्वारा लगाई गयी rti में सरकार स्वयं स्वविकार कर चुकी है की ,"सरकार द्वारा नविन पेंशन योजना के संचालन व देख रेख के लिए कोई प्रणाली नहीं बनाई गई है ,निवेश का हिसाब किताब व अंतिम भुगतान nsdl द्वारा किया जाता है । "
स्पष्ट है की सरकार जब पेंशन कार्यालय और भविष्य निधि संगठन संचालित करती है तो नविन पेंशन प्रणाली के व्यवस्थित सञ्चालन के लिए भी कोई कार्यलय प्रारम्भ करना चाहिये या जिला पेंशन कार्यलय से ही नविन पेंशन प्रणाली को जोड़ना चाहिए ।
जैसा में पहले की पोस्ट में आप को बता चूका हुआ ,हमारे पैसे का निवेश एक हायब्रिड म्युचुअलफंड में हुआ है । और अब जब बाजार लगातार गिर रहा है हमारा अंशदान जमा नहीं हो रहा ,और हम ईस गिरते बाजार का फायदा नही ले पा रहे हैं ।
जानकारी के अनुसार कुछ साथियो का जनवरी 2015 से व कुछ का अगस्त 2015 से अब तक अंशदान जमा नहि हुआ है । इसका सीधा सा असर हमारे लाभ अर्जन पर होता है ।सथियो अब जबकि बाजार गिर रहा है हमें हमारे अंशदान के निवेश से बहुत लाभ हों सकता है ।
हमार निवेश प्रत्येक माह हो सके इसके लिए कोषालय से कटोत्रा कोई विकल्प नहीं है , कोषालय से पैसा कटने के कारन तो और भी बड़ी समस्याएं आ रही हैं । कोषालय से पैसा कटने के स्थान पर विभाग द्वारा ही सीधे हर माह पैसा जमा करने की व्यवस्था या प्रणाली तैयार की जाए ।
यह सिर्फ अध्यापको की ही नहीं प्रदेश के समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों की लढाई है जो नविन पेंशन योजना का हिस्सा है ।
आप का
सुरेश यादव
कार्यकारी जिलाध्यक्ष
राज्य अध्यापक संघ मध्य प्रदेश
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