क्या हक मॉगना गुनाह है ?
अतिथि शिक्षक भाईयों पर म.प्र. सरकार द्वारा लाठी चार्ज करना घोर निंदनीय कृत्य है, आखिर क्यों?
विगत आन्दोलन मे स्वयं माननीय पारस जैन जी( शिक्षा मंत्री ) ने अतिथि भाईयों की मॉगों को जायज बतलाया था साथ ही उनके साथ न्याय करने का आश्वासन दिया गया था ! साथ ही हम अध्यापक साथियों के साथ भी अन्याय जारी हैं.
😔😔😔😔😔 आज दिनांक तक विसंगति रहित गणनापत्रक जारी नही हुआ. कोरी घोषणाओं से कब तक कोई अधर मे लटका रहेगा, क्या अपने हक और सम्मान की आवाज ऊठाना अपराध है ??
लोकतंत्र की सरेआम धज्जियॉ ऊढाई जा रही है ??
युग बदला पर तानाशाही नही बदली!
क्यू ना इस तानाशाह सरकार को ही 2018 मे ऊखाड फेके
👆👆
जरा सोचिये इस बारे मे…
कब तक हम अन्याय सहन करेगें. बस बहुत हुआ साथियों. अपने जायज हक को पाने तैयार हो जाओ . अपने घरो स्कूलो से बाहर निकल अपने परिवार के अच्छे भविष्य के लिये. अपना आने वाला कल संवारने के लिये बस एक बार पूरी तकात से आंदोलन मे शामिल हो जाओ.
इन्शा अल्लाह हम जरुर काम होगें।
अध्यापक संयुक्त मोर्चा जिन्दाबाद
✌
आपका मित्र
आरिफ़ खान
(छिन्दवाडा)
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