सम्मानीय अध्यापक संविदा शिक्षक साथियों,
हमें बेहद ख़ुशी है की हमारे अध्यापक साथियों के संघर्ष और मेहनत का फल उन्हें आज मिला है जिसके वह हकदार थे। 6 वे वेतनमान की घोषणा सरकार और हमारे सम्मानीय यशश्वी मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह जी चौहान द्वारा की गई है आशा है कुछ दिनों में आदेश भी जारी हो जायेंगे।
साथियों पर इस आंदोलन अध्यापक अकेले नहीं थे। आंदोलन में संविदा शिक्षकों,गुरूजी भाई जो अव संविदा शिक्षक ही हैं का भी महत्वपूर्ण भूमिका और योगदान रहा है। पर इस आंदोलन में संविदा शिक्षकों को मिला क्या ???
साथियों 6th pay तो संविदा शिक्षकों संविलियन के वाद वेसे भी मिलने बाला था। फिर संविदा शिक्षकों,गुरुजियों ने अध्यापकों का साथ क्यों दिया ?
क्योंकि वह चाहते थे की उनकी संविदा अवधि कम हो वेतन 2गुना हो।
पर अध्यापकों ने संविदा शिक्षकों के साथ मिलकर अपनी माँग 6th pay को पूरा तो करा लिया पर संविदा शिक्षकों को उसी राह पर छोड़ दिया जहा से इन्होने शुरुबात की थी।
मैं पूछना चाहूँगा अपने अध्यापक भाइयों से क्या ये सही है अगर नहीं अपनी माँग 6th pay पूरी होने के वाद अव संविदा शिक्षकों का भी साथ दें और संविदा अवधि कम करवाए या ख़त्म करवाएं।
साथियों संविदा शिक्षकों की 2 माँग हैं -:
1. संविदा अवधि 1 बर्ष की जाए।
2. संविदा शिक्षकों का वेतन दुगुना किया जाए।
साथियों अव हम संविदा शिक्षकों की वर्तमान संविदा अवधि पर नजर डालते हैं। पिछली भर्ती जो संविदा शिक्षकों की हुई थी वह 2 चरणों में हुई थी। 1st round वाले संविदा शिक्षकों की जॉइनिंग जुलाई 2013 है। अव इनकी अभी तक संविदा अवधि देखी जाए तो लगभग 2.1/2 बर्ष हो चुकी है। 2nd round वालों की जॉइनिंग फरबरी,मार्च 2014 है। अभी तक की संविदा अवधि लगभग 1 बर्ष 10 महीने हो चुकी है।
अव यदि संविदा अवधि वर्तमान में 1 बर्ष की जाती है तो 1st और 2nd round वाले सभी संविदा शिक्षकों का ऐरियर्ष लाखों में वनेगा जो की संभव नहीं लगता की सरकार इतना अधिक ऐरियर्ष दे पाएगी। हाँ अगर संविदा अवधि 2 बर्ष की जाती है तो 1st round वालों को लगभग 6 महीने का ऐरियर्ष देना होगा जो अगर सरकार चाहे तो दे सकती है।
क्योंकि संविलियन के वाद भी अध्यापक का वेतन कुछ महीनों तक नहीं मिलता और वाद में ऐरियर्ष के रूप में पैसा मिलता है। और 2nd round वालों का भी 2 महीने वाद संविलियन होगा तो इसमें भी कोई परेशानी नहीं।।
हाँ अगर सरकार को फिर भी आर्थिक समस्या दिख रही है तो एक और रास्ता हैं जिसमें सरकार को किसी भी तरह का कोई ऐरियर्ष देना नहीं होगा और संविदा शिक्षकों की समस्याओं का भी अंत हो जाएगा। वह है वर्तमान संविदा शिक्षकों का दिनाँक 01.12.2015 से अध्यापक संवर्ग में संविलियन। इससे सरकार पर ऐरियर्ष के रूप में कोई भी अतिरिक्त भार नहीं आएगा।
संविदा शिक्षक अपनी वर्तमान समस्या को सुलझाने के लिए हर तरह से सामंजस करने को तैयार हैं अव सरकार की जिम्मेदारी है की वह संविदा शिक्षकों की आर्थिक परेशानियों को समझें एवं इनके हल हेतु ऊचित उपाय शीघ्र अतिशीघ्र करें।।
मेरा सभी अध्यापक संघो और उसके पदाधिकारीयों से निवेदन है की वह अपनी माँगे पूरी हो जाने के वाद संविदा शिक्षकों की समस्याओं को भी हल कराएं और उक्त माँग को सरकार के समक्ष रखें।।।
सन्जीव साहू ( संविदा शिक्षक )
7697786768
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