शिवमंगल सिंह ‘सुमन’
की चन्द अनमोल पंक्तियॉ...
🌹💥🌹
जिस-जिस से पथ पर स्नेह मिला,
उस-उस राही को धन्यवाद!
जीवन अस्थिर अनजाने ही,
हो जाता पथ पर मेल कहीं,
सीमित पग डग, लम्बी मंज़िल,
तय कर लेना कुछ खेल नहीं !!
दाएँ-बाएँ सुख-दुख चलते,
सम्मुख चलता पथ का प्रमाद
जिस-जिस से पथ पर स्नेह मिला,
उस-उस राही को धन्यवाद!!
साँसों पर अवलम्बित काया,
जब चलते-चलते चूर हुई,
दो स्नेह-शब्द मिल गये,
मिली नव स्फूर्ति,
थकावट दूर हुई
पथ के पहचाने छूट गये,
पर साथ-साथ चल रही याद !!
जिस-जिस से पथ पर स्नेह मिला,
उस-उस राही को धन्यवाद....!!!!
नया साल आपके और आपके समस्त परिजनों के लिये मंगलमय हो!!
आपको एवं आपके परिवार को नूतन वर्ष 2017 की अध्यापक वेब परिवार कि ओर से हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं ।आप सभी सार्थक जीवन जियें,निरोगी रहकर सतत लगन, ईमानदारी, निष्ठा ,मेहनत, सच्चाई,और आपसी भाईचारे के साथ कर्म को पूजा की तरह करते हुए अपने अपने लक्ष्य को पा जाये। यही हमारी ईश विनय और मंगल कामना है.....!!!
अध्यापक वेब
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